26 जुलाई 2025 को कारगिल विजय दिवस के 26 साल पूरे हो गए हैं, जब भारतीय सैनिकों ने 1999 की कठिन लड़ाई में पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़कर देश की रक्षा की। यह दिन उन वीर जवानों को नमन करने का है जिन्होंने बर्फीली चोटियों पर अपने प्राण न्योछावर कर विजय का इतिहास रचा। 18,000 फीट की ऊंचाई पर लड़े गए इस युद्ध में भारतीय सेना ने 130-200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को वापस जीता, जैसा कि रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्ज है।
डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजी एंड अलायड साइंसेज, दिल्ली की रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैनिकों ने हाइपोक्सिया और ठंड का सामना करते हुए भी अद्भुत साहस दिखाया, जहां उनके शरीर का वजन 10% तक कम हो गया, फिर भी वे लडाई में डटे रहे। आर्मी के आधिकारिक हैंडल ने भी इस बात पर जोर दिया कि यह जीत केवल सैन्य शक्ति का नहीं, बल्कि अनुशासन और देशभक्ति का प्रतीक है।
पाकिस्तान ने शुरू में इसे स्थानीय विद्रोह बताया था, लेकिन डी-क्लासिफाइड भारतीय सैन्य रिपोर्ट्स और सैटेलाइट इमेजरी से पता चला कि 5,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों ने घुसपैठ की थी। यह खुलासा रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयानों से भी मेल खाता है, जो इस संघर्ष को रणनीतिक चुनौती के रूप में चिह्नित करता है। आज, कारगिल युद्ध स्मारक, द्रास में यह कहानी हर साल याद की जाती है, जहां देशवासियों का सम्मान और गर्व झंडे के साथ फहराता है।
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