हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आज, 11 जून 2025 को सन्त कबीर दास जी की जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उनके ट्वीट में कबीर की निर्गुण भक्ति परंपरा और समाज सुधारक के रूप में भूमिका को रेखांकित किया गया, जो 15वीं सदी के महान कवि और संत थे। बैंक बाजार की वेबसाइट के अनुसार, कबीर जयंती हर साल हिमाचल प्रदेश और पंजाब में क्षेत्रीय अवकाश के रूप में मनाई जाती है, और इस बार यह 11 जून को पड़ रही है।
कबीर ने अपनी दोहों के माध्यम से जाति व्यवस्था और धार्मिक कट्टरता पर प्रहार किया, जिसका असर आज भी दिखता है। स्लीपी क्लासेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भक्ति आंदोलन में उनकी भूमिका ने महिलाओं और निचली जातियों के उत्थान में योगदान दिया। उनके विचारों ने हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा दिया, जो आज भी प्रासंगिक है। हाल ही में, पीएमसी (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन) की एक स्टडी में बताया गया कि कबीर की शिक्षाएं मानसिक शांति और माइंडफुलनेस से जुड़ी हैं, जो आधुनिक तनाव को कम करने में मददगार हो सकती हैं।
नायब सैनी के ट्वीट में कहा गया, ‘सामाजिक एकता, सत्य और मानवता के प्रतीक संत कबीरदास जी ने अपनी काव्यधारा से जनजागरण का मार्ग प्रशस्त किया।’ यह दर्शाता है कि कबीर की विरासत आज भी जनकल्याण और समानता के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। क्या आप भी कबीर की इन शिक्षाओं से अपनी जिंदगी में बदलाव लाना चाहते हैं?
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