आंवला का डरावना राज!

आंवला: अमृत तत्व या छिपा खतरा? ज्यादा खाने से किडनी-लिवर पर संकट, जानें 7 गंभीर साइड इफेक्ट्स!

नई दिल्ली: आयुर्वेद का ‘अमृत फल’ माने जाने वाले आंवले को विटामिन सी का खजाना कहा जाता है। बालों से लेकर इम्यूनिटी तक, इसके फायदों की लंबी फेहरिस्त है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सुपरफूड का अंधाधुंध सेवन सेहत के लिए जहर बन सकता है? हाल के स्वास्थ्य अध्ययनों और विशेषज्ञों की चेतावनी से साफ है कि ज्यादा आंवला खाना डिहाइड्रेशन से लेकर पाचन तंत्र की गंभीर परेशानियों तक खड़ी कर सकता है। अगर आप रोजाना आंवला जूस या मुरब्बा खाकर ‘हेल्दी’ बनने की होड़ में हैं, तो रुकिए! आइए जानते हैं आंवला के अत्यधिक सेवन से जुड़े उन नुकसानों को जो डॉक्टर भी चेतावनी के साथ बताते हैं।

1. डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है

आंवले में मौजूद कुछ प्राकृतिक तत्व शरीर से पानी की अधिक मात्रा सोख लेते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। खासकर गर्मियों में अगर आप बिना पानी के संतुलन के आंवला ज्यादा खाते हैं, तो थकान, सिरदर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सेवन के साथ पर्याप्त पानी पिएं।

2. यूरिन में जलन और दुर्गंध की शिकायत

विटामिन सी की अधिकता से मूत्र मार्ग में जलन या इंफेक्शन जैसी परेशानी हो सकती है। कुछ मामलों में यूरिन की दुर्गंध भी बढ़ जाती है। किडनी या यूरिनरी प्रॉब्लम वाले लोगों को आंवला सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए, वरना स्थिति बिगड़ सकती है।

3. पेट की अम्लता और डायरिया का सामना

आंवला अम्लीय होता है, इसलिए खाली पेट या ज्यादा मात्रा में लेने से एसिडिटी, पेट दर्द, गैस या दस्त हो सकते हैं। फाइबर की अधिकता पाचन तंत्र पर दबाव डालती है, जिससे ब्लोटिंग या अपच की समस्या आम हो जाती है। डायबिटीज या गैस्ट्राइटिस के मरीजों को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

4. त्वचा और बालों को नुकसान

ज्यादा आंवला खाने से त्वचा की नमी चली जाती है, जिससे ड्राई स्किन या खुजली हो सकती है। बालों में रूसी, बाल झड़ना या स्कैल्प ड्राईनेस जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ बताते हैं कि विटामिन ओवरडोज से स्किन हेल्थ उल्टी पड़ सकती है।

5. ब्लड शुगर लेवल में अचानक गिरावट

डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला फायदेमंद लगता है, लेकिन अत्यधिक सेवन से ब्लड शुगर बहुत कम हो सकता है। इससे चक्कर आना, पसीना या कन्फ्यूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इंसुलिन लेने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए।

6. किडनी-लिवर पर अतिरिक्त बोझ

हाल के रिसर्च में पाया गया कि ज्यादा आंवला किडनी और लिवर को प्रभावित कर सकता है, खासकर पहले से समस्या वाले लोगों में। यह ब्लड क्लॉटिंग को भी प्रभावित करता है, जिससे ब्लीडिंग रिस्क बढ़ जाता है।

7. गर्भवती महिलाओं और सर्दी-जुकाम में परहेज जरूरी

प्रेग्नेंसी में आंवला का ज्यादा सेवन पाचन बिगाड़ सकता है। सर्दियों में यह जुकाम को बढ़ावा दे सकता है। ऐसे में 4-5 आंवले प्रतिदिन से ज्यादा न लें।

विशेषज्ञों का कहना है कि आंवला के फायदे तभी हैं जब इसे संतुलित मात्रा में लें – रोजाना 1-2 फल या 20-30 ml जूस काफी है। अगर कोई पुरानी बीमारी है, तो आयुष मंत्रालय की सलाह मानें और डॉक्टर से परामर्श लें। याद रखें, ‘ज्यादा’ कभी भी अच्छा नहीं होता! आंवला के नुकसान से बचने के लिए मॉडरेशन ही कुंजी है।

(यह लेख स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अध्ययनों और आयुर्वेदिक स्रोतों पर आधारित है। कोई भी बदलाव डॉक्टर की सलाह से ही करें।)

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