जयपुर, 6 अक्टूबर 2025: रविवार रात करीब 11:20 बजे जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा ICU में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। इस हादसे में कम से कम 6 मरीजों की मौत हो गई, जबकि 5 की हालत गंभीर बनी हुई है। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है, जिसने तेजी से फैलकर जहरीली गैसें छोड़ दीं। लेकिन इस तबाही के बीच राजस्थान पुलिस के जांबाज सिपाहियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कई मरीजों की जान बचाई।
कांग्रेस नेता शशि गुप्ता ने ट्वीट कर इन पुलिसवालों की बहादुरी को सलाम किया और तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें घायल अधिकारी ऑक्सीजन लेते नजर आ रहे हैं। उनके ट्वीट में राहुल गांधी और अशोक गहलोत जैसे बड़े नेताओं को टैग किया गया, जो इस घटना पर ध्यान आकर्षित करता है। इस बहादुरी को सराहा, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि अस्पताल की लापरवाही—जैसे खराब फायर अलार्म और बंद इमरजेंसी एग्जिट—क्यों अनदेखी की गई? हिंदुस्तान टाइम्स और टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टाफ ने मरीजों को बचाने में देरी की और कई जगहों पर ताले लगे मिले। अब इस घटना की जांच की मांग तेज हो गई है। क्या राजस्थान का स्वास्थ्य तंत्र इतना लापरवाह हो गया है? जवाब आने वाला है, लेकिन पुलिस की वीरता आज हर किसी की जुबान पर है!
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