अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज से भारत पर 50% इम्पोर्ट टैरिफ लागू कर दिया है। इस फैसले का सीधा असर भारत से अमेरिका जाने वाले करीब ₹5.4 लाख करोड़ के एक्सपोर्ट पर पड़ने वाला है।
अमेरिका में भारतीय ज्वेलरी और कपड़ों की डिमांड घटेगी
भारतीय एक्सपोर्ट सेक्टर के लिए सबसे बड़ी चिंता ज्वेलरी और टेक्सटाइल सेक्टर है।
- अब तक अमेरिका, भारत से सोने-चांदी की ज्वेलरी और डायमंड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है।
- वहीं, भारतीय कपड़े, खासकर एथनिक वियर और कॉटन गारमेंट्स, अमेरिका में काफी लोकप्रिय हैं।
लेकिन 50% टैरिफ लागू होने के बाद इन प्रोडक्ट्स की कीमतें अमेरिकी बाजार में दोगुनी हो जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे भारतीय ज्वेलरी और कपड़ों की डिमांड 60–70% तक घट सकती है।
भारत-अमेरिका ट्रेड बैलेंस पर असर
भारत हर साल अमेरिका को बड़ी मात्रा में सामान एक्सपोर्ट करता है। इनमें प्रमुख हैं –
- जेम्स एंड ज्वेलरी
- टेक्सटाइल और गारमेंट्स
- फार्मा प्रोडक्ट्स
- ऑटो पार्ट्स और मशीन्स
टैरिफ बढ़ने से न सिर्फ भारत की कमाई घटेगी बल्कि भारत-अमेरिका ट्रेड बैलेंस भी बिगड़ सकता है। छोटे और मंझोले एक्सपोर्टर्स को सबसे ज्यादा झटका लग सकता है क्योंकि उनकी मार्जिन पहले से ही कम है।
विशेषज्ञों की राय
ट्रेड एनालिस्ट्स का कहना है कि भारत को अब वैकल्पिक बाजारों पर ध्यान देना होगा।
- मिडिल ईस्ट और यूरोप भारतीय ज्वेलरी के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
- वहीं अफ्रीकी देश टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट्स के लिए नई डेस्टिनेशन बन सकते हैं।
भारत की रणनीति क्या होगी?
सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक भारत WTO (वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) के जरिए इस मुद्दे को उठाने की तैयारी में है। साथ ही, भारत अपने घरेलू बाजार और नए ट्रेड पार्टनर्स पर फोकस कर सकता है।
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